बांग्लादेश में चारो ओर अराजकता फैली हुई है| बांग्लादेश के निवासी हिंसक प्रदर्शन कर रहे हैं। Muhammad Yunus Lead Interim Government Bangladesh बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया है और वह देश छोड़कर भाग चुकी है। बांग्लादेश में चारों तरफ हाहाकार मचा हुआ है। बांग्लादेशी लोग सड़कों पर उतर आए हैं और हिंसक प्रदर्शन बढ़ता जा रहा है। बांग्लादेश की कमान सेना ने अपने हाथों में ले ली है।
बांग्लादेश की कमान सेना के हाथों में
बांग्लादेश के प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफा देने के बाद दंगाई भीड़ को कंट्रोल करने के लिए बांग्लादेश के आर्मी के ने बांग्लादेश की कमान अपने हाथों में ले ली है। बांग्लादेश President ने सभी प्रदर्शन करने वाले लोगों से शांति व्यवस्था स्थापित करने का अनुरोध किया है। सेना अध्यक्ष ने कहा कि जल्द ही बांग्लादेश में अंतरिम सरकार का गठन कर दिया जाएगा।
Protestors की मांग थी कि नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस को अंतरिम सरकार का मुखिया बनाया जाए अन्यथा यह प्रदर्शन और भी हिंसक होता जाएगा।
बांग्लादेश का हिंसक प्रदर्शन क्यों हो रहा है?
बांग्लादेश को 16 दिसंबर 1971 को पाकिस्तान से अलग करके एक नए राष्ट्र बांग्लादेश के रूप में स्थापित किया गया। बांग्लादेश को अलग राष्ट्र बनाने में तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी जी का विशेष योगदान था। श्रीमती इंदिरा गांधी जी ने पाकिस्तान से बांग्लादेश को अलग राष्ट्र का दर्जा दिलाया था।
बांग्लादेश में 1972 में नई रिजर्वेशन प्रणाली को अपनाया गया जिसमें बांग्लादेश की आजादी में संघर्ष करने वाले स्वतंत्रता सेनानियों को 30% आरक्षण सरकारी नौकरी में दिया गया। इस आरक्षण का लाभ स्वतंत्रता सेनानियों के वंशजों को 2024 में भी दिया जा रहा है जिससे बांग्लादेश की आम जनता स्वीकार नहीं करना चाहती।
बांग्लादेश के लोग चाहते हैं कि रिजर्वेशन की समीक्षा की जाए एवं रिजर्वेशन को खत्म कर दिया जाए अथवा इसकी सीमा को कम कर दिया जाए जिससे आम लोगों को लाभ मिल सके।
बांग्लादेश में हुआ अंतरिम सरकार का गठन
बांग्लादेश में प्रधानमंत्री शेख हसीना की इस्तीफा देने के बाद बांग्लादेशी राष्ट्रपति ने अंतरिम सरकार के गठन की मंजूरी दे दी है। बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के प्रमुख नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस को बनाया गया है (Muhammad Yunus Lead Interim Government Bangladesh)। मोहम्मद यूनुस को मुख्य सलाहकार बनाने का समर्थन प्रदर्शनकारी छात्र संगठन कर रहे थे। मोहम्मद यूनुस को शेख हसीना की सरकार ने कुछ दिन जेल में बंद कर दिया था। मोहम्मद यूनुस बांग्लादेशी प्रधानमंत्री शेख हसीना के कटु आलोचक थे।
अंतरिम सरकार के गठन होने के बाद बांग्लादेश की स्थिति में सुधार होने की अपेक्षा की जाती है। आने वाले कुछ महीनो में अंतरिम सरकार अपना कार्यभार ग्रहण करेगी और बांग्लादेश में जब तक नए चुनाव होने के बाद स्थाई सरकार का गठन नहीं हो जाता है तब तक अंतरिम सरकार ही बांग्लादेश की बागडोर अपने हाथों में लिए रहेगी।
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