उत्तर प्रदेश में हाल ही में बड़ी-बड़ी परीक्षाओं का paper leak हो गया है। प्रदेश की भर्ती परीक्षाओं को सुचारू रूप से चलने के लिए सरकार द्वारा नया कानून पारित किया जाने की संभावना बनी हुई है। सूत्रों की माने तो इसका पूरा प्रारूप तैयार कर लिया गया है और लोकसभा चुनाव के बाद योगी मंत्रिमंडल द्वारा इस नए कानून को विधानसभा और विधान परिषद में पारित कराया जा सकता है।
पेपर लीक का कानून जल्द बनाया जायेगा
इस कानून में CM Yogi ने नकल करने वाले माफियाओं के विरुद्ध कड़े प्रतिबंध लगाने को कहा है। उन्होंने कहा कि व्यापक तरीके से पूरी प्रक्रिया में बदलाव किया जा सकेगा जिससे की भर्ती निकलने से लेकर उसके पूरी होने तक के सभी प्रक्रियाएं सम्मिलित होगी जिसमें नल की कोई गुंजाइश नहीं होनी चाहिए।
CM Yogi Adityanath ने कहा कि हम युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं कर सकते हैं जो भी युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं हम उनको चिन्हित करके कड़ी कार्रवाई करेंगे।
ये भर्तियाँ हुई लीक
हाल ही में उत्तर प्रदेश में लगातार दो बड़ी भारतीयों के पेपर लीक का मामला सामने आया है जिससे पूरे देश में उत्तर प्रदेश का नाम बदनाम हो गया है। फरवरी के महीने में RO-ARO और उत्तर प्रदेश पुलिस की भर्ती का Paper leak हो गया था जिससे लाखों युवाओं का भविष्य अंधकारमय हो गया था। हालांकि सरकार द्वारा पेपर लीक होने के बाद पेपर पुनः कराए जाने की बात स्वीकार की गई है और यह परीक्षाएं जल्द से जल्द करने के लिए तेजी से प्रक्रिया चल रही है।
इससे पहले 2021 में जब लेखपाल भर्ती की परीक्षा हुई थी तब भी उसमें बड़ी गड़बड़ी सामने आए थे जिसमें एसटीएफ द्वारा लगभग 15000 लोगों को संदिग्ध बताया गया था। अल्लाह की लेखपाल की भर्ती अभी भी कोर्ट में चल रही है और उसका अंतिम परिणाम जारी होने के बाद भी परीक्षार्थी जॉइनिंग नहीं कर सकें।
उत्तर प्रदेश में सरकारी नौकरी करने वाले छात्रों को बहुत कष्ट उठाने पड़ रहे हैं क्योंकि यहां भारतीय पंचवर्षीय योजना की तरह आती है और इस तरह पुरी की जाती हैं। आपको क्या लगता है कि क्या सरकारी नौकरी की तैयारी करना सही है या गलत अपनी राय नीचे कमेंट बॉक्स में जरूर दें।