संपन्न हुआ सुपोषण जागरूकता अभियान, जानें क्यों मनाया जाता है सुपोषण जागरूकता अभियान? Suposhan Jagrukta Abhiyan 2024

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Suposhan Jagrukta Abhiyan 2024 : उदया इन्टरनेशनल सीनियर सेकेंडरी स्कूल भुजैनी संतकबीर नगर में सुपोषण जागरूकता अभियान’ की हुई शुरुआत।

सुपोषण जागरूकता अभियान कार्यक्रम डा० राजेश त्रिपाठी जी (प्रांत सुपोषण सह प्रमुख गोरक्ष प्रांत उ०प्र०) एवं श्री गिरीश पाण्डेय (जिला उपाध्यक्ष सेवा भारती संतकबीर नगर) जी के सानिध्य में कुशलता पूर्वक सम्पन्न हुआ।

इस जागरूकता कार्यक्रम में उपस्थित विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री एस के त्रिपाठी आगन्तुकों के स्वागत के साथ ही साथ सभी को संबोधित करते हुए कहा की हमारे जीवन काल में विद्यार्थियों के जीवन में सुपोषण के महत्व पर प्रकाश डालते हुए सुपोषण के बारे में जानकारी साझा की

उदया इंटरनेशनल स्कूल के प्रधानाचार्य द्वारा बच्चों को सुपोषण रहने और कुपोषण को दूर करने हेतु बतलाया गया कि प्रत्येक व्यक्ति स्वस्थ रहना चाहता है परंतु जीवन में स्वस्थ रहने वाले उपयोग को नही करता।

स्वास्थ्य सही रहे इसके लिए आपको अपने खान पान पर विशेष ध्यान देना चाहिए। सभी पौष्टिक आहार पोषक तत्वों वाले जिसमे विटामिन और मिनरल्स उचित मात्रा में हों को लेना चाहिए।

क्यों मनाया जाता है सुपोषण जागरूकता अभियान?

कुपोषण से दूर रहने वाले लोगों को गौर से देखो जिनकी संख्या वर्तमान समय अनुसार घटती जा रही है, जिसका सबसे बड़ा कारण है जीवन में बाहरी खान पान का प्रवेश।

यदि आप स्वस्थ रहना चाहते हैं तो आपको चाहिए कि आप बाहर के फ़ास्ट फ़ूड को अपने भोजन के रूप में ग्रहण करने से बचें।

Suposhan Jagrukta Abhiyan 2024
Suposhan Jagrukta Abhiyan 2024

 श्री त्रिपाठी ने समग्र पोषण को परिभाषित करते हुए बताया कि पोषण का दर्शन यह है कि किसी व्यक्ति का स्वास्थ्य उसके जीवन और अस्तित्व के भौतिक और रासायनिक, मानसिक और भावनात्मक साथ ही आध्यात्मिक और पर्यावरणीय पहलुओं के बीच की जटिल अंतर्किया की अभिव्यक्ति है। 

 समग्र पोषण में कार्य कर रहे प्रशिक्षित पेशेवर स्वास्थ्य और कल्याण को समग्र व्यक्ति के दृष्टिकोण को देखते हैं।

Suposhan Jagrukta Abhiyan 2024

उक्त कार्यक्रम में डा० राजेश त्रिपाठी जी ने बच्चों को सुपोषण और कुपोषण के बारे में जानकारी दी और जीवन में संतुलित आहार के महत्व के बारे में बताया। 

श्री त्रिपाठी जी ने उन बच्चों को जानकारी दी विशेषकर कुपोषण के शिकार हुए बच्चे को यदि हम संतुलित आहार देते हैं तभी हमारे शरीर का समुचित विकास होगा एवं संतुलित आहार में हमारे शरीर के लिए आवश्यक सभी पोषक तत्व उचित मात्रा में उपस्थित होते हैं।

उन्होनें आज के समाज को भी बच्चों के सामने प्रतिबिंबित किया कि आज के समाज में लोग मानसिक रूप से भी कुपोषित हैं और ये कुपोषण दूर करना ज्यादा जरूरी है।

श्री गिरीश पाण्डेय जी ने बताया कि पोषण शरीर के बढ़ने विकसित होने और जीवन के रखरखाव के लिए आवश्यक पोषक तत्वों का सेवन अवशोषण और उपयोग करने की प्रक्रिया है। पोषण से स्वस्थ जीवन शैली बनाई जा सकती है और बीमारियों से बचा जा सकता है।

सुपोषण जागरूकता अभियान में प्रतिभाग कर रहे सभी विद्यार्थियों को आगाह किया एवं स्वस्थ जीवन शैली अपनाने के लिए उन्हें प्रेरित किया।

कार्यक्रम में उपस्थित श्री बागेश तिवारी (विद्यालय प्रबंधन जी ने पोषण के दायित्वों के प्रति सभी छात्रों को जागरूक करते हुए बाहर से आये हुए सभी विद्वान एवं कार्यकम में हिस्सा ले रहे सभी छात्र-छात्राओं का धन्यवाद ज्ञापित किया।

इस सुपोषण जागरूकता कार्यक्रम में श्री सूर्यसेन मिश्र (प्रबंधन प्रतिनिधि) शिक्षकगण आदि गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

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मैं TAHALAKA TV का प्रधान संपादक और CEO हूँ, वीवीएम जनकल्याण सेवा समिति का राष्ट्रीय अध्यक्ष हूँ । मुझे पत्रकारिता के क्षेत्र में 11+ वर्षों का अनुभव है तथा एक सामाजिक कार्यकर्ता भी हूँ।

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