उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) द्वारा आयोजित समीक्षा अधिकारी (RO) और सहायक समीक्षा अधिकारी (ARO) की प्रारंभिक परीक्षा को लेकर उम्मीदवारों के बीच असमंजस बना हुआ है। आयोग ने परीक्षा की तिथि 22 दिसंबर, 2023 प्रस्तावित की है, लेकिन अब इस परीक्षा के स्थगित होने की संभावनाएं बढ़ गई हैं। अगर यह परीक्षा दिसंबर में नहीं होती, तो इसे 2024 में कुंभ मेले के बाद आयोजित किया जा सकता है।
परीक्षा आयोजन पर दबाव
यूपीपीएससी पर यह दबाव है कि वे जल्द से जल्द परीक्षा की तिथि के बारे में निर्णय लें। दरअसल, आयोग के पास केवल डेढ़ महीने का समय बचा है, और इतने कम समय में परीक्षा की तैयारी को लेकर कई चुनौतियां सामने आ रही हैं। इस स्थिति में उम्मीदवारों को जल्द से जल्द स्पष्टता मिलना जरूरी है, ताकि वे अपनी तैयारियों को सही दिशा में आगे बढ़ा सकें।
संभावित कारण और समस्याएं
सूत्रों के अनुसार, अगर आयोग परीक्षा को दिसंबर में आयोजित करता है, तो उसे कुंभ मेले की वजह से बाद में अन्य परीक्षाओं के शेड्यूल में भी बदलाव करना पड़ सकता है। कुंभ के चलते कई क्षेत्रों में प्रशासनिक व्यवस्थाएं व्यस्त रहेंगी, और इसके कारण परीक्षा के लिए केंद्रों की व्यवस्था चुनौतीपूर्ण हो सकती है।
उम्मीदवारों की चिंता
उम्मीदवारों ने इस अनिश्चितता पर नाराज़गी व्यक्त की है। उनका कहना है कि आयोग को जल्द से जल्द परीक्षा की तिथि के बारे में आधिकारिक जानकारी देनी चाहिए, ताकि वे अपनी तैयारियों में स्थिरता ला सकें। कई उम्मीदवारों ने यह भी कहा कि अगर परीक्षा स्थगित होती है, तो उन्हें अपनी तैयारी की रणनीति बदलनी पड़ेगी, जिससे उनके समय का नुकसान हो सकता है।
परीक्षा आयोजित करने की संभावनाएं
अगर आयोग परीक्षा को दिसंबर में आयोजित करने में असमर्थ होता है, तो इसे कुंभ मेले के बाद शेड्यूल किया जा सकता है। इससे परीक्षा के केंद्रों की उपलब्धता भी बेहतर होगी, और उम्मीदवारों को तैयारी के लिए अतिरिक्त समय मिल सकेगा। हालांकि, आयोग ने अब तक इस बारे में कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है, और सभी की नजरें यूपीपीएससी के अगले कदम पर टिकी हैं।
सरकार का हस्तक्षेप आवश्यक
ऐसी स्थिति में सरकार का हस्तक्षेप भी महत्वपूर्ण हो सकता है, क्योंकि उम्मीदवारों की चिंता और समयबद्ध तैयारी के मद्देनजर परीक्षा की तिथि को लेकर एक स्पष्ट दिशा-निर्देश की आवश्यकता है। इससे उम्मीदवारों को भी राहत मिलेगी और उनकी तैयारी को सही मार्गदर्शन मिल सकेगा।
निष्कर्ष:
यूपीपीएससी की आरओ-एआरओ परीक्षा की तिथि पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। आयोग की तरफ से जल्द ही कोई निर्णय आने की संभावना है, जिससे उम्मीदवारों को परीक्षा के संबंध में स्पष्टता मिल सके। परीक्षा का आयोजन दिसंबर में होता है या कुंभ के बाद, यह फैसला अब आयोग पर निर्भर करता है।