उत्तर प्रदेश के लाखों छात्रों का भविष्य अंधकार में डूबा हुआ है। उत्तर प्रदेश के जो भी युवा प्रतियोगी परीक्षाओं UP TGT PGT Exam Date की तैयारी कर रहे हैं उन सभी के मन में यह भय उत्पन्न हो गया है कि उनके भविष्य का क्या होगा। बीते कई वर्षों से उत्तर प्रदेश में किसी भी सरकारी नौकरी में तय समय के अंदर भर्ती पूरी नहीं हो सकी। युवाओं को अपने करियर की चिंता लगातार खाए जा रही है।
UP TGT PGT Exam Date
नौकरी न मिलने से मायूस कई युवा अपनी हिम्मत हार जाते हैं और वह गलत कदम उठा लेते हैं। सरकार द्वारा भी युवाओं को धोखा देने का काम ही किया जा रहा है। जिस घर में युवा सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं उनके घर वालों से पूछिए कि उनकी क्या स्थिति है।
सच्चाई से इतर न्यूज़ चैनल और अखबारों में हर दूसरे दिन लाखों वैकेंसी के विज्ञापन छाप दिए जाते हैं। न्यूज़पेपर में बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं कि तय समय में भर्ती प्रक्रिया पूरी कर ली गई है, लाखों वैकेंसी का विज्ञापन अगले महीने आने वाला है, लाखो युवाओं को सरकारी नौकरी दे दी गई है, सरकारी नौकरी में किसी तरीके का भ्रष्टाचार नहीं किया गया है। ये सभी वादे उतने ही खोखले हैं जितने की सरकारी कार्यों में की गई तेजी।
UP TGT PGT Exam Date कब निकाली जाएगी
UP TGT PGT Exam Date का इंतजार विद्यार्थियों को पिछले 2 सालों से है । उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन आयोग द्वारा जुलाई 2022 में टीजीटी पीजीटी के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे थे। टीजीटी पीजीटी के 4163 पदों पर भर्ती के लिए लगभग 13 लाख विद्यार्थियों ने आवेदन किया था। सरकार द्वारा बड़े-बड़े दावे किए गए थे कि इस भर्ती को भी जल्दी ही पूरा कर लिया जाएगा लेकिन आज तक इस भर्ती परीक्षा का इंतजार कर रहे हैं युवाओं को उनके परीक्षा तिथि के बारे में भी कोई जानकारी आयोग द्वारा नहीं दी गई है।
UP TGT PGT के लिए आवेदन
UP TGT PGT Exam Date का तो पता नहीं है लेकिन इस भर्ती परीक्षा में टीजीटी के लिए एक पद पर लगभग 320 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। वहीं अगर पीजीटी की बात करें तो एक पद के लिए 745 उम्मीदवारों ने आवेदन किया है। TGT के 3539 पद हैं जिसके सापेक्ष 868531 छात्रों ने आवेदन किया था वहीं PGT के 624 पदों पर 464605 अभ्यर्थियों ने 2022 में आवेदन किया था।
उत्तर प्रदेश नया शिक्षा सेवा चयन आयोग का गठन:
उत्तर प्रदेश में अब नए शिक्षा सेवा चयन आयोग का गठन कर दिया गया है। इस आयोग का गठन सभी सरकारी भर्तियों से संबंधित कार्यों सञ्चालन के लिए ही किया गया है। उत्तर प्रदेश देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है जिसने शिक्षा सेवा चयन आयोग का गठन किया है। पिछले कई सालों से इस आयोग की गठन प्रक्रिया चल रही है और आज तक अभी इसके अध्यक्ष नहीं नियुक्त किए गए। विद्यार्थियों में भारी आक्रोश है क्योंकि उनकी उम्र लगातार बढ़ रही है और वह प्रतियोगी परीक्षाओं से बाहर हो रहे हैं।
निष्कर्ष
उत्तर प्रदेश में नए शिक्षा सेवा चयन आयोग के गठन के बाद भी विद्यार्थियों को अपनी परीक्षा तिथि का इंतजार है। नए शिक्षा सेवन चयन आयोग की कार्यप्रणाली सुचार रूप से चलने के बाद ही किसी परीक्षा से संबंधित जानकारी विद्यार्थियों को सटीक तौर पर मिल सकेगी। तब तक विद्यार्थी अपने स्तर पर प्रयास करते रहें और जल्द से जल्द विद्यार्थियों की सरकारी नौकरी से संबंधित परेशानियों को मुख्यमंत्री तक पहुंचाने का प्रयास करें।
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